Sarvnam Kise Kahate Hain? सर्वनाम किसे कहते हैं? इसके कितने भेद होते हैं?

Hindi Kahani
3 min readFeb 17, 2021

Sarvnaam Kya Hai? Sarvnaam Kya Hota Hai? सर्वनाम क्या है? सर्वनाम क्या होता है?

Sarvnaam Kya Hai? सर्वनाम (Pronoun) शब्द का अर्थ है — सभी का नाम । संज्ञा जहाँ केवल उसी नाम का बोध कराती है, जिसका वह नाम है। वही पर सर्वनाम सबके नाम का बोध कराता है।

Sarvnam Kise Kahate Hain? सर्वनाम किसे कहते हैं? इसके कितने भेद होते हैं?

सर्वनाम की परिभाषा (Sarvanam Ki Paribhasha) — “संज्ञा (नाम) के स्थान पर प्रयोग किया जाने वाला शब्द को सर्वनाम कहते हैं।” अर्थात् आसान शब्दों में सर्व मतलब (सब) नाम मतलब (संज्ञा) के जगह पर जो शब्द आता है, उसे ‘सर्वनाम’ कहते हैं।

सर्वनाम शब्द जैसे- मै, तू, वह, कौन, क्या, जो, सो, आप, कोई, यह, ये, वे, हम, तुम, कुछ, उसका आदि सर्वनाम शब्द हैं।

Sarvanam Ke Bhed सर्वनाम के कितने भेद होते हैं?

सर्वनाम के निम्नलिखित छह भेद है, जो इसप्रकार वर्णित हैं -

1. पुरुषवाचक सर्वनाम

जिस सर्वनाम से प्रथम बोलने वाला, द्वितीय सुनने वाला तथा तीसरा जिसके बारे में कुछ बोला जा रहा हो इस बात का बोध होता है उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते है। जैसे — मै, आप, वह, इत्यादि।
उदाहरण
मै स्कूल जा रहा हूँ।
आप बाजार जा रहे है।
वह इमानदार व्यक्ति है।

पुरुषवाचक सर्वनाम के भेद
पुरुषवाचक सर्वनाम तीन भेद होते है -
(क)उत्तम पुरुष, (ख)मध्यम पुरुष, (ग) अन्य पुरुष

(क) उत्तम पुरुष

वह सर्वनाम जो हमें बोलने वाला का बोध कराता हो उसे उत्तम पुरुष कहते हैं। जैसे -मै, हम।
उदाहरण
मै भोजन कर रहा हूँ।
हम एक अच्छे चिकित्सक हैं।

(ख) मध्यम पुरुष

वह सर्वनाम जो हमें सुनने वाला का बोध कराता हो उसे मध्यम पुरुष कहते हैं। जैसे — तू, तुम, तुम्हारा, आप।
उदाहरण -
तुम एक शिक्षक हो।
तुम्हारा घर सुंदर हैं।
आप कहाँ जा रहे हैं?

(ग) अन्य पुरुष

वह सर्वनाम जिससे किसी बोलने और सुनने वाले का बोध न होकर किसी अन्य का बोध होता हो उसे अन्य पुरुष कहते हैं। अर्थात् जिस वाक्य से हमें पता चलता है कि बोलने और सुनने वाले किसी अन्य के बारे में बात कर रहे हों। जैसे — वह, यह, कौन, क्या आदि।
उदाहरण
वह एक अभिनेता है।
यह क्रिकेट का मैदान है।
मेज पर क्या रखा है?
दरवाजा पर कौन है?

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2. निजवाचक सर्वनाम

जिस सर्वनाम से स्वयं, खुद या नीजी होने का बोध हो उसे निजवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे — अपना, स्वयं, मेरी आदि।
उदाहरण
मोहन स्वयं स्कूल जा रहाहै।
यह मेरा घर है।
सोहन अपना सामान ले जा रहा है।

3. निश्चयवाचक सर्वनाम

जिस सर्वनाम से हमें किसी व्यक्ति, वस्तु , स्थान, भाव के निश्चित होने का बोध हो अर्थात् जो सर्वनाम हमें अपने होने का निश्चित रूप से बोध कराता हो उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे — वह ,यह, तुम्हारा आदि।
उदाहरण
वह राम है।
यह मोहन की दूकान है।
तुम्हारा भाई शिक्षक है।
यह दिल्ली शहर है।
वह हँस रहा है।

4. अनिश्चयवाचक सर्वनाम

जिस सर्वनाम से हमें किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, भाव के अनिश्चित होने का बोध हो अर्थात् जो सर्वनाम हमें अपने होने का कोई निश्चित प्रमाण नहीं देता हो उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते है। जैसे -कोई, कुछ।
उदाहरण
दरवाजे पर कोई आया है।
वहाँ कुछ है।

5. प्रश्नवाचक सर्वनाम

जिस से किसी प्रश्न होने का बोध हो अर्थात् जो सर्वनाम प्रश्न करता हो उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते है। जैसे- कौन, क्या, किसकी।
उदाहरण
यहां कौन हँस रहा है?
मेज पर क्या रखा है?
यह किसकी गेंद है?

6. संबंधवाचक सर्वनाम

जिस सर्वनाम से एक वाक्य का दूसरे वाक्य से संबंध स्थापित हो उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे- जो, वो, जैसा, वैसा।
उदाहरण
जो मेहनत करता है वो फल पता है।
जैसा बाप वैसा बेटा।
जो सोता है वो खोता है।

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